ज्ञान पर संस्कृत श्लोक | Gyan shlok in hindi

Sanskrit shlokas on Knowledge | ज्ञान श्लोक | Wisdom Slokas

आइए पढ़िए यहाँ ज्ञान पर संस्कृत श्लोक उनके हिंदी और अंग्रेजी अर्थ के साथ।

बुद्धिमानी पर संस्कृत में श्लोक | ज्ञान पर श्लोक

ज्ञानं तु द्विविधं प्रोक्तं शाब्दिकं प्रथमं स्मृतम् ।
अनुभवाख्यं द्वितीयं तुं ज्ञानं तदुर्लभं नृप ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

हे राजा ! ज्ञान दो प्रकार के होते हैं; एक तो स्मृतिजन्य शाब्दिक ज्ञान, और दूसरा अनुभवजन्य ज्ञान जो अत्यंत दुर्लभ है ।

English Meaning :

O King! There are two kinds of knowledge; one is verbal knowledge acquired from memory, and the other is empirical knowledge, which is extremely rare.

बालः पश्यति लिङ्गं मध्यम बुद्धि र्विचारयति वृत्तम्।
आगम तत्त्वं तु बुधः परीक्षते सर्वयत्नेन।।

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

एक व्यक्ति की बुद्धि का स्तर उसके ज्ञान के प्रति दृष्टिकोण और समझ से निर्धारित होता है। ज्ञानी व्यक्ति पूरी तरह से आगम के तत्त्वों की परीक्षा करता है और गहरी समझ प्राप्त करता है।

English Meaning :

The level of intelligence of a person is determined by his approach and understanding of knowledge. A knowledgeable person thoroughly examines the elements of the Agama and gains a deeper understanding.

अल्पाक्षरमसंदिग्धं सारवद्विश्वतो मुखम्।
अस्तोभमनवद्यं च सूत्रं सूत्रविदो विदुः।।

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

एक अच्छा सूत्र उन सभी गुणों का पालन करता है जो ज्ञान के स्पष्ट और संक्षिप्त प्रस्तुतीकरण को सुनिश्चित करते हैं। इसे समझने और सही ढंग से उपयोग करने के लिए सूत्रविदों को इन गुणों को जानना और अपनाना चाहिए।

English Meaning :

A good formula follows all the qualities that ensure a clear and concise presentation of knowledge. Formulators must know and adopt these qualities in order to understand and use it correctly.

बलवानप्यशक्तोऽसौ धनवानपि निर्धनः ।
श्रुतवानपि मूर्खोऽसौ यो धर्मविमुखो जनः ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

अर्थात् : जो व्यक्ति धर्म ( कर्तव्य ) से विमुख होता है वह ( व्यक्ति ) बलवान् हो कर भी असमर्थ, धनवान् हो कर भी निर्धन तथा ज्ञानी हो कर भी मूर्ख होता है ।

English Meaning :

Meaning: The person who turns away from Dharma (duty) is weak even though he is strong, poor even after being rich and foolish even after being knowledgeable.

ज्ञाने मौनं क्षमा शक्तौ त्यागे श्लाघाविपर्ययः ।
गुणा गुणानुबन्धित्वात्तस्य सप्रसवा इव ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

ज्ञान में (दूसरों की बात जानकर ) भी मौन रहना, शक्ति में (शत्रु से बदला लेने में सामर्थ्य) रहते हुए भी क्षमा करना तथा त्याग में (दान देकर) आत्मप्रशंसा न करना, इस प्रकार दिलीप के ज्ञान आदि गुण अपने विरोधी मौन आदि गुणों के साथ मेल से रहने के कारण (एक दूसरे के विरोधी नहीं प्रत्युत) सप्रसव (सगे भाई जैसे ) जान पड़ते थे।

English Meaning :

Keeping silence even in knowledge (after knowing what others say), forgiving even in power (having the ability to take revenge from the enemy) and not praising oneself while sacrificing (by giving charity), in this way Dilip's qualities like knowledge etc., being in harmony with their opposite qualities like silence etc., seemed to be (not opposed to each other but like real brothers) Saprasav (like real brothers).

एकः शत्रु र्न द्वितीयोऽस्ति शत्रुः ।
अज्ञानतुल्यः पुरुषस्य राजन् ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

हे राजन् ! इन्सान का एक हि शत्रु है, अन्य कोई नहीं; वह है अज्ञान ।

English Meaning :

O King! Man has only one enemy, no other; that is ignorance.

विद्या मित्रं प्रवासेषु भार्या मित्रं गृहेषु च ।
व्याधितस्यौषधं मित्रं, धर्मो मित्रं मृतस्य च ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

अर्थात् : ज्ञान यात्रा में, पत्नी घर में, औषध रोगी का तथा धर्म मृतक का ( सबसे बड़ा ) मित्र होता है।

English Meaning :

Meaning: Knowledge is the friend of a person in a journey, a wife is the friend of a home, medicine is the friend of a patient and religion is the (greatest) friend of a dead person.

चलत्येकेन पादेन तिष्ठत्यन्येन पण्डितः ।
नापरीक्ष्य परं स्थानं पूर्वमायतनं त्यजेत् ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

बुद्धिमान मनुष्य एक पैर से चलता है और दूसरे पैर से खडा रहता है (आधार लेता है) । अर्थात् दूसरा स्थान जाने और पाये बगैर पूर्वस्थान छोडना नहीं ।

English Meaning :

An intelligent person walks on one foot and stands (takes support) on the other foot. That is, he does not leave the previous place without knowing and finding the next place.

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अर्थनाशं मनस्तापं गृहे दुश्चरितानि च ।
वञ्चनं चापमानं च मतिमान्न प्रकाशयेत् ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

संपत्ति की हानि, मन का संताप, घर के दूषण और अपमानजनक वचन, इन बातों को बुद्धिमान प्रकाश में नहीं लाता ।

English Meaning :

Loss of property, anguish of mind, pollution of home and insulting words, a wise man does not bring these things to light.

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बुद्धिर्यस्य बलं तस्य निर्बुद्धेस्तु कुतो बलम् । पश्य सिंहो मदोन्मत्तः शशकेन निपातितः ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

जिसके पास बुद्धि है, उसके पास बल है । पर जिसके पास बुद्धि नहीं उसके पास बल कहाँ ? देखो, बलवान शेर को (चतुर) लोमडी ने कैसे मार डाला (था) !

English Meaning :

He who has wisdom has strength. But he who does not have wisdom has no strength. See how the clever fox killed the strong lion!

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को देशः कानि मित्राणि-कःकालःकौ व्ययागमौ । कश्चाहं का च मे शक्ति-रितिचिन्त्यं मुहुर्मुहु ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

(मेरा) देश कौन-सा, (मेरे) मित्र कौन, काल कौन-सा, आवक-खर्च कितना, मैं कौन, मेरी शक्ति कितनी, ये समजदार इन्सान ने हर घडी (बार) सोचना चाहिए ।

English Meaning :

Which is (my) country, who is (my) friend, what is the time, how much is my income and expenditure, who am I, how much is my strength, an intelligent person should think about this every moment (time).

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यस्य नास्ति स्वयं प्रज्ञा शास्त्रं तस्य करोति किम् ।
लोचनाभ्यां विहीनस्य दर्पणः किं करिष्यति ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

जिसे स्वयं की प्रज्ञा (तेज बुद्धि) नहीं उसे शास्त्र किस काम का ? अंधे मनुष्य को दर्पण किस काम का ?

English Meaning :

What is the use of scriptures to a person who does not have his own wisdom (sharp intelligence)? What is the use of a mirror to a blind person?

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स्थानभ्रष्टा न शोभन्ते दन्ताः केशा नखा नराः ।
इति संचिन्त्य मतिमान्न स्वस्थानं न परित्यजेत् ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

दांत, बाल, नाखुन और इन्सान, ये चार स्थानभ्रष्ट होने पर अच्छे नहीं लगते । यह समजकर, बुद्धिमान मनुष्य ने अपना (उचित) स्थान छोडना नहीं ।

English Meaning :

Teeth, hair, nails and human beings, these four do not look good when they are displaced from their place. Knowing this, a wise man does not leave his (proper) place.

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विद्वानेवोपदेष्टव्यो नाविद्वांस्तु कदाचन । वानरानुपदिश्याथ स्थानभ्रष्टा ययुः खगाः ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

विद्वान (समजदार) को ही उपदेश करना चाहिए, नहीं कि अविद्वान को । (ध्यान में रहे कि) बंदरो को उपदेश करके पंछी स्थानभ्रष्ट हो गये ।

English Meaning :

Only a learned person (wise person) should preach, not a non-learned person. (Keep in mind that) by preaching to monkeys, birds got displaced.

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गन्धः सुवर्णे फलमिक्षुदण्डे नाकारि पुष्पं खलु चन्दनेषु ।
विद्वान् धनाढ्यो न तु दीर्घजीवी धातुः पुरा कोऽपि न बुद्धिदोऽभूत ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

सोने में सुगंध, गन्ने को फल और चन्दन वृक्ष को फूल होते नहीं है । वैसे ही, विद्वान कभी धनवान और दीर्घजीवी नहीं होता है । इस विषय में ब्रह्मदेव को दिमाग देनेवाला पूर्व कभी मिला नहीं है ।

English Meaning :

Gold does not have fragrance, sugarcane does not have fruits and sandalwood tree does not have flowers. Similarly, a learned person never becomes rich and long-lived. Brahmadev never found a person who could give him advice in this matter.

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शुश्रूषा श्रवणं चैव ग्रहणं धारणां तथा ।
ऊहापोहोऽर्थ विज्ञानं तत्त्वज्ञानं च धीगुणाः ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

शुश्रूषा, श्रवण, ग्रहण, धारण, चिंतन, उहापोह, अर्थविज्ञान, और तत्त्वज्ञान – ये बुद्धि के गुण हैं ।

English Meaning :

Caring, listening, receiving, holding, thinking, deliberation, economics and philosophy – these are the qualities of intelligence.

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देशाटनं पण्डित मित्रता च वाराङ्गना राजसभा प्रवेशः ।
अनेकशास्त्रार्थ विलोकनं च चातुर्य मूलानि भवन्ति पञ्च ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

देशाटन, बुद्धिमान से मैत्री, वारांगना, राजसभा में प्रवेश, और शास्त्रों का परिशीलन – ये पाँच चतुराई के मूल है ।

English Meaning :

Travelling, making friendship with an intelligent person, visiting a courtesan, entering the royal court and studying scriptures are the five sources of cleverness.

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स्थानभ्रष्टा न शोभन्ते दन्ताः केसा नखा नराः ।
इति सञ्चिन्त्य मतिमान् स्वस्थानं न परित्यजेत् ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

दांत, बाल, नाखून, और नर – ये यदि स्थानभ्रष्ट हो तो शोभा नहीं देते; ऐसा समजकर, मतिमान इन्सान ने स्वस्थान का त्याग नहीं करना चाहिए ।

English Meaning :

Teeth, hair, nails and man - if they are out of place they do not look good; knowing this, a wise person should not abandon his place of residence.

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यस्तु सञ्चरते देशान् यस्तु सेवेत पण्डितान् ।
तस्य विस्तारिता बुद्धिः तैल बिन्दु रिवाम्भसि ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

जो देशों में घूमता है, जो पंडितों की सेवा करता है, उसकी बुद्धि पानी में तेल के बिंदुवत् विस्तृत होती है ।

English Meaning :

He who travels in different countries and serves learned men, his intellect expands like a drop of oil in water.

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यो न सञ्चरते देशान् यो न सेवेत पण्डितान् ।
तस्य सङ्कुचिता बुद्धि र्धुतबिन्दु रिवाम्भसि ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

जो देशों में घूमता नहीं, जो पंडितों की सेवा करता नहीं, उसकी बुद्धि पानी में घी के बिंदुवत् संकुचित रहती है ।

English Meaning :

He who does not travel to different countries and does not serve learned men, his intellect remains narrow like a drop of ghee in water.

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परोपदेश पाण्डित्ये शिष्टाः सर्वे भवन्ति वै ।
विस्मरन्ती ह शिष्टत्वं स्वकार्ये समुपस्थिते ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

दूसरे को उपदेश देते वक्त सब शयाने बन जाते हैं; पर स्वयं कार्य करने की बारी आती है, तब पाण्डित्य भूल जाते हैं ।

English Meaning :

Everyone becomes a fool when giving advice to others; but when it comes to doing the work themselves, they forget their scholarship.

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परोपदेशे पाण्डित्यं सर्वेषां सुकरं नृणाम् ।
धर्मे स्वीयमनुष्ठानं कस्यचित्तु महात्मनः ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

दूसरों को उपदेश देने में पांडित्य बताना इन्सान के लिए आसान है; पर उसके मुताबिक खुद का आचरण तो किसी महात्मा का हि होता है ।

English Meaning :

It is easy for a person to show his erudition in preaching to others; but his own conduct is that of a Mahatma.

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सत्यं तपो ज्ञानमहिंसता च विद्वत्प्रणामं च सुशीलता च । एतानि यो धारयति स विद्वान् न केवलं यः पठते स विद्वान् ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

सत्य, तप, ज्ञान, अहिंसा, विद्वानों को प्रणाम, (और) सुशीलता – इन गुणों को जो धारण करता है, वह विद्वान और नहीं कि जो केवल अभ्यास करता है वह ।

English Meaning :

Truth, penance, knowledge, non-violence, respect for the learned, (and) good behaviour – he who possesses these qualities is a learned person and not one who merely practises them.

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निषेवते प्रशस्तानि निन्दितानि न सेवते ।
अनास्तिकः श्रद्धानः एतत् पण्डितलक्षणम् ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

सत्पुरुषों की सेवा, निंदितों का त्याग, अनास्तिक होना, (और) श्रद्धावान होना – ये पंडित के लक्षण हैं ।

English Meaning :

Serving good people, forsaking those who are condemned, being an atheist, and being a person of faith - these are the characteristics of a Pandit.

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रत्नैर्महार्हैस्तुतुषुर्न देवाः न भेजिरे भीमविषेण भीतिं ।
सुधां विना न प्रययुर्विरामम् न निश्चितार्थाद्विरमन्ति धीराः ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

अति मूल्यवान रत्नों के ढेर मिलने पर देव संतुष्ट न हुए, या भयंकर विष निकलने पर वे डरे नहीं; अमृत न मिलने तक वे रुके नहीं (डँटे रहे) । उसी तरह, धीर इन्सान निश्चित किये कामों में से पीछे नहीं हटते ।

English Meaning :

The gods were not satisfied even after getting heaps of precious gems, or they were not afraid even after getting deadly poison; they did not stop (remained adamant) until they got Amrit (nectar). In the same way, patient people do not back out from the tasks they have decided.

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नेयं स्वर्णपुरी लङ्का रोचते मम लक्ष्मण ।
जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

हे लक्ष्मण ! यह स्वर्णपुरी लंका मुझे अच्छी नहीं लगती । माँ और मातृभूमि स्वर्ग से भी बडे होते है ।

English Meaning :

O Lakshmana! I do not like this golden city Lanka. Mother and motherland are greater than even heaven.

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यस्मिन् देशे न सन्मानो न प्रीति र्न च बान्धवाः । न च विद्यागमः कश्चित् न तत्र दिवसं वसेत् ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

जिस देश में सन्मान नहीं, प्रीति नहीं, संबंधी नहीं, और जहाँ विद्या मिलना संभव न हो, वहाँ एक दिन भी नहीं ठहरना चाहिए ।

English Meaning :

One should not stay even for a day in a country where there is no respect, no love, no relatives and where it is not possible to gain knowledge.

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मर्कटस्य सुरापानं तत्र वृश्चिकदंशनम् । तन्मध्ये भूतसंचारो यद्वा तद्वा भविष्यति ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

बंदर ने शराब पी, उसे बिच्छु ने काटा, उपर से उस में भूत प्रविष्ट हुआ, फिर सर्वथा अनिष्ट ही होगा (होने में क्या शेष बचेगा ?) ।

English Meaning :

The monkey drank alcohol, a scorpion stung him, a ghost entered him, then something terrible will happen (what will be left to happen?).

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पन्चाग्न्यो मनुष्येण परिचर्या: प्रयत्नत:।
पिता माताग्निरात्मा च गुरुश्च भरतर्षभ ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

माता, पिता, अग्नि, आत्मा और गुरु इन्हें पंचाग्नी कहा गया है। मनुष्य को इन पाँच प्रकार की अग्नि की सजगता से सेवा-सुश्रुषा करनी चाहिए । इनकी उपेक्षा करके हानि होती है ।

English Meaning :

Mother, father, fire, soul and guru are called Panchagni. Man should do service and care with the awareness of these five types of fire. Ignoring them leads to loss.

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पञ्चभूतात्मकं वस्तु प्रत्यक्षं च प्रमाणकम्।
नास्तिकानां मते नान्यदात्माऽमुत्र शुभाशुभम् ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

नास्तिक मतानुसार, केवल पञ्चभूतात्मक वस्तुएं और प्रत्यक्ष प्रमाण ही सत्य होते हैं। शुभ और अशुभ का कोई वास्तविक अस्तित्व नहीं है।

English Meaning :

According to atheistic views, only the five elements and direct evidence are true. Good and evil have no real existence.

लोकायता वदन्त्येवं नास्ति देवो न निवृत्तिः।
धर्माधर्मौ न विद्यते न फलं पुण्यपापयोः ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

लोकायत (नास्तिक) लोग कहते हैं कि देवता या मुक्ति जैसी कोई चीज नहीं है; धर्म और अधर्म भी नहीं होते; पाप और पुण्य का कोई फल भी नहीं होता।

English Meaning :

Lokayata (atheists) say that there is no such thing as God or salvation; there is no Dharma (righteousness) and Adharma (irreligion) either; there is no result of sin or virtue.

विषययोगानन्दौ द्वावद्वैतानन्द एव च।
विदेहानन्दो विख्यातो ब्रह्मानन्दश्च पञ्चमः ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

आनंद के पांच प्रकार होते हैं – विषयानंद (वस्तुओं से आनंद), योगानंद (योग से आनंद), अद्वैतानंद (अद्वैत दर्शन से आनंद), विदेहानंद (सांसारिक वस्तुओं से मुक्त आनंद), और ब्रह्मानंद (ब्रह्म के अनुभव से आनंद)।

English Meaning :

There are five types of happiness – Vishyaananda (bliss from objects), Yogananda (bliss from Yoga), Advaitananda (bliss from Advaita philosophy), Videhananda (bliss free from worldly objects), and Brahmananda (bliss from the experience of Brahman).

न स्वर्गो वाऽपवर्गो वा नैवात्मा पारलौकिकः।
नैव वर्णाश्रमादीनां क्रिया च फलदायिका ॥

हिंदी अर्थ (Hindi Meaning) :

स्वर्ग, मोक्ष, आत्मा, परलोक – ये सब कुछ भी सत्य नहीं हैं। वर्णाश्रम और कर्मफल भी वास्तविक नहीं हैं।

English Meaning :

Heaven, salvation, soul, afterlife – none of these are true. Varnashram and karmaphalam are also not real.

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