Motivational quotes in sanskrit - Sanskrit quotes by some prominent people which is very inspirational. A Sanskrit quotation is the repetition of a sentence, phrase, or passage from speech or text that someone has said or written. Sanskrit Quote means to repeat the exact words of a speaker or an author
Here is best collection of Sanskrit Quotes With English And Hindi Meaning:त्रिविधं नरकस्येदं द्वारं नाशनमात्मनः। कामः क्रोधस्तथा लोभस्तस्मादेतत्त्रयं त्यजेत्॥
Lust, anger and greed, these are the three gates of hell of self-destruction. Therefore, these three should be abandoned.
काम, क्रोध और लोभ, ये आत्मविनाश के नरक के तीन द्वार हैं। अतः इन तीनों का त्याग करना चाहिए।
दातव्यमिति यद्दानं दीयतेऽनुपकारिणे। देशे काले च पात्रे च तद्दानं सात्त्विकं स्मृतम्॥
It is a duty to donate, in the sense that a country worthy of charity, Seeing the time, it is given to such (worthy) eligible (person), From which no response is expected? That donation is considered sattvik.
दान देना ही कर्तव्य है इस भाव से जो दान योग्य देश, काल को देखकर ऐसे (योग्य) पात्र (व्यक्ति) को दिया जाता है, जिससे प्रत्युपकार की अपेक्षा नहीं होती है? वह दान सात्त्विक माना गया है।
न हि देहभृता शक्यं त्यक्तुं कर्माण्यशेषतः। यस्तु कर्मफलत्यागी स त्यागीत्यभिधीयते॥
An embodied being cannot give up all his actions. But the one who gives up the results of his actions is called a true renunciant.
एक देहधारी प्राणी सभी कर्मों को नहीं त्याग सकता। परन्तु जो कर्मफल का त्याग कर देता है, वह सच्चा त्यागी कहलाता है।
मन्दः कवियशःप्रार्थी गमिष्याम्युपहास्यताम्। प्रांशुलभ्ये फले लोभादुद्बाहुरिव वामनः॥
Like a dwarf raising his hands due to the greed for the higher fruit, I too, despite being slow, want to attain poetic glory. Will be ridiculed.
ऊँचे फल के लोभ के कारण अपने हाथ उठा रहे किसी बौने की तरह मैं भी मन्द होते हुए भी कवियश की प्राप्ति चाहने हेतु उपहास को प्राप्त होउंगा।
रिक्तः सर्वो भवति हि लघुः पूर्णता गौरवाय।
What is empty becomes light, and what is full becomes heavy and noble.
जो चीज रिक्त होती है, वह हलकी हो जाती है, और जो भरी हुई है, वह भारी, और श्रेष्ठ होती है।
कस्यात्यन्तं सुखमुपनतं दुःखमेकान्ततो वा नीचैर्गच्छत्युपरिच दशा चक्रनेमिक्रमेण ॥
No one gets eternal happiness and eternal sorrow. Like the wheels of wheels, the joys and sorrows in life keep going up and down.
किसी को भी सदा सुख और सदा दुख नही मिलता। पहियों के घेरे की तरह (जीवन में सुख दुख) उपर नीचे होते ही रहते है।।
एकीभूतमभूतपूर्वमथवा स्वर्लोकभूलोकयो: ऐश्वर्यं यदि वाञ्छसि प्रिय सखे ! शाकुन्तलं सेव्यताम्॥
O dear friend, if you wish to see such an unprecedented confluence of heaven and earth and their opulence, then taste Shakuntal.
हे प्रिय मित्र, स्वर्गलोक और भूलोक का अभूतपूर्व ऐसा संगम और उनका ऐश्वर्य देखने की यदि इच्छा हो, तो शाकुंतल का आस्वाद लो ।
स्वस्तिप्रजाभ्यः परिपालयन्तां न्यायेन मार्गेण महीं महीशाः। गोब्राह्मणेभ्यः शुभमस्तु नित्यं लोकाः समस्ताः सुखिनो भवन्तु॥
The well-being of all people is governed by law and justice by powerful leaders. May there be success with all the disabled people and scholars and may the whole world be happy.
सभी लोगों की भलाई शक्तिशाली नेताओं द्वारा कानून और न्याय के साथ हो। सभी दिव्यांगों और विद्वानों के साथ सफलता बनी रहे और सारा संसार सुखी रहे।
प्राता रत्नं प्रातरित्वा दधाति ।
An early riser earns good health.
प्रातःकाल उठने वाले अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त करतें है ।
अमृतत्वस्य तु नाशास्ति वित्तेन ।
Immortality cannot be achieved by wealth.
अमृतत्वस्य तु नाशास्ति वित्तेन ।
विवेकख्यातिरविप्लवा हानोपायः।
Uninterrupted practice of discrimination (between real and unreal)is the means to liberation and the cessation of ignorance.
निरंतर अभ्यास से प्राप्त निश्चल और निर्दोष विवेकज्ञान हान(अज्ञानता) का उपाय है।
संधिविग्रहयोस्तुल्यायां वृद्धौ संधिमुपेयात्।
If there is an equal benefit in peace or war, he (the king) should choose peace.
यदि शांति या युद्ध में समान वृद्धि हो तो उसे (राजा को) शांति का सहारा लेना चाहिए।
जीवेषु करुणा चापि मैत्री तेषु विधीयताम् ।
Be compassionate and friendly to all living beings.
जीवों पर करुणा एवं मैत्री कीजिये।
सन्तुष्टो भार्यया भर्ता भर्त्रा भार्या तथैव च यस्मिन्नेव नित्यं कल्याणं तत्र वै ध्रुवम् ॥
In that family, where the husband is pleased with his wife and the wife with her husband, happiness will assuredly be lasting.
जिस परिवार में पति अपनी पत्नी से और पत्नी अपने पति से सुखी होती है, वहां कल्याण निश्चित रूप से स्थायी होता है।
सर्वं परवशं दुःखं सर्वमात्मवशं सुखम्। एतद् विद्यात् समासेन लक्षणं सुखदुःखयोः॥
Everything that is in other’s control is painful. All that is in self-control is happiness. This is the definition of happiness and pain in short.
जो सब अन्यों के वश में होता है, वह दुःख है। जो सब अपने वश में होता है, वह सुख है। यही संक्षेप में सुख एवं दुःख का लक्षण है।